संरचनात्मक–मूल्याङ्कनम्–३–पाठ्यक्रमः (FA3 Syllabus) २०१६–१७
कक्षा – सप्तमी विषयः – संस्कृतम्
१. शब्दरूपाणि – मुनि । तत्
(त्रिषु लिङ्गेषु) ।
२. धातुरूपाणि – पठ्, भू,
लिख्, चल्, गम्, अस् (लोट्–लङ्–लकारयोः) ।
३. संख्या – ५१ तः ७५
पर्यन्तम् [51-75]
४. प्रत्ययः – ल्यप्
५. पाठौ – (7)
बुद्धिः एव उत्तमा
।
(8) अविवेकः परमापदां पदम् ।
________________________________
॥ शब्दरूपाणि ॥
॥ शब्दरूपाणि ॥
मुनि = महात्मा, तपस्वी
वचनानि →
विभक्तयः↓
|
एकवचनम्
|
द्विवचनम्
|
बहुवचनम्
|
प्रथमा विभक्तिः
|
मुनिः
|
मुनी
|
मुनयः
|
द्वितीया विभक्तिः
|
मुनिम्
|
मुनी
|
मुनीन्
|
तृतीया विभक्तिः
|
मुनिना
|
मुनिभ्याम्
|
मुनिभिः
|
चतुर्थी विभक्तिः
|
मुनये
|
मुनिभ्याम्
|
मुनिभ्यः
|
पञ्चमी विभक्तिः
|
मुनेः
|
मुनिभ्याम्
|
मुनिभ्यः
|
षष्ठी विभक्तिः
|
मुनेः
|
मुन्योः
|
मुनीनाम्
|
सप्तमी विभक्तिः
|
मुनौ
|
मुन्योः
|
मुनिषु
|
सम्बोधनम्
|
हे मुने
!
|
हे मुनी
!
|
हे मुनयः
!
|
_____________________________________
तत् = वह (पुंलिङ्गम् )
वचनानि →
विभक्तयः↓
|
एकवचनम्
|
द्विवचनम्
|
बहुवचनम्
|
प्रथमा विभक्तिः
|
सः
|
तौ
|
ते
|
द्वितीया विभक्तिः
|
तम्
|
तौ
|
तान्
|
तृतीया विभक्तिः
|
तेन
|
ताभ्याम्
|
तैः
|
चतुर्थी विभक्तिः
|
तस्मै
|
ताभ्याम्
|
तेभ्यः
|
पञ्चमी विभक्तिः
|
तस्मात्
|
ताभ्याम्
|
तेभ्यः
|
षष्ठी विभक्तिः
|
तस्य
|
तयोः
|
तेषाम्
|
सप्तमी विभक्तिः
|
तस्मिन्
|
तयोः
|
तेषु
|
तत् = वह (स्त्रीलिङ्गम् )
वचनानि →
विभक्तयः↓
|
एकवचनम्
|
द्विवचनम्
|
बहुवचनम्
|
प्रथमा विभक्तिः
|
सा
|
ते
|
ताः
|
द्वितीया विभक्तिः
|
ताम्
|
ते
|
ताः
|
तृतीया विभक्तिः
|
तया
|
ताभ्याम्
|
ताभिः
|
चतुर्थी विभक्तिः
|
तस्यै
|
ताभ्याम्
|
ताभ्यः
|
पञ्चमी विभक्तिः
|
तस्याः
|
ताभ्याम्
|
ताभ्यः
|
षष्ठी विभक्तिः
|
तस्याः
|
तयोः
|
तासाम्
|
सप्तमी विभक्तिः
|
तस्याम्
|
तयोः
|
तासु
|
तत् = वह (नपुंसकलिङ्गम् )
वचनानि →
विभक्तयः↓
|
एकवचनम्
|
द्विवचनम्
|
बहुवचनम्
|
प्रथमा विभक्तिः
|
तत्
|
ते
|
तानि
|
द्वितीया विभक्तिः
|
तत्
|
ते
|
तानि
|
तृतीया विभक्तिः
|
तेन
|
ताभ्याम्
|
तैः
|
चतुर्थी विभक्तिः
|
तस्मै
|
ताभ्याम्
|
तेभ्यः
|
पञ्चमी विभक्तिः
|
तस्मात्
|
ताभ्याम्
|
तेभ्यः
|
षष्ठी विभक्तिः
|
तस्य
|
तयोः
|
तेषाम्
|
सप्तमी विभक्तिः
|
तस्मिन्
|
तयोः
|
तेषु
|
––––––––––––––––––––––
––––––––––––––––––––––
।।
धातुरूपाणि ।।
पठ् = पढ़ना
(लोट् लकारः)
वचनानि →
पुरुषाः↓
|
एकवचनम्
|
द्विवचनम्
|
बहुवचनम्
|
प्रथम–पुरुषः
|
पठतु
|
पठताम्
|
पठन्तु
|
मध्यम–पुरुषः
|
पठ
|
पठतम्
|
पठत
|
उत्तम–पुरुषः
|
पठानि
|
पठाव
|
पठाम
|
पठ् =
पढना (लङ् लकारः)
वचनानि →
पुरुषाः↓
|
एकवचनम्
|
द्विवचनम्
|
बहुवचनम्
|
प्रथम–पुरुषः
|
अपठत्
|
अपठताम्
|
अपठन्
|
मध्यम–पुरुषः
|
अपठः
|
अपठतम्
|
अपठत
|
उत्तम–पुरुषः
|
अपठम्
|
अपठाव
|
अपठाम
|
_______________________________________
भू = होना
(लोट् लकारः)
वचनानि →
पुरुषाः↓
|
एकवचनम्
|
द्विवचनम्
|
बहुवचनम्
|
प्रथम–पुरुषः
|
भवतु
|
भवताम्
|
भवन्तु
|
मध्यम–पुरुषः
|
भव
|
भवतम्
|
भवत
|
उत्तम–पुरुषः
|
भवानि
|
भवाव
|
भवाम
|
भू = होना
(लङ् लकारः)
वचनानि →
पुरुषाः↓
|
एकवचनम्
|
द्विवचनम्
|
बहुवचनम्
|
प्रथम–पुरुषः
|
अभवत्
|
अभवताम्
|
अभवन्
|
मध्यम–पुरुषः
|
अभवः
|
अभवतम्
|
अभवत
|
उत्तम–पुरुषः
|
अभवम्
|
अभवाव
|
अभवाम
|
______________________________________
लिख् =
लिखना (लोट् लकारः)
वचनानि →
पुरुषाः↓
|
एकवचनम्
|
द्विवचनम्
|
बहुवचनम्
|
प्रथम–पुरुषः
|
लिखतु
|
लिखताम्
|
लिखन्तु
|
मध्यम–पुरुषः
|
लिख
|
लिखतम्
|
लिखत
|
उत्तम–पुरुषः
|
लिखानि
|
लिखाव
|
लिखाम
|
लिख् =
लिखना (लङ् लकारः)
वचनानि →
पुरुषाः↓
|
एकवचनम्
|
द्विवचनम्
|
बहुवचनम्
|
प्रथम–पुरुषः
|
अलिखत्
|
अलिखताम्
|
अलिखन्
|
मध्यम–पुरुषः
|
अलिखः
|
अलिखतम्
|
अलिखत
|
उत्तम–पुरुषः
|
अलिखम्
|
अलिखाव
|
अलिखाम
|
___________________________________
चल् =
चलना (लोट् लकारः)
वचनानि →
पुरुषाः↓
|
एकवचनम्
|
द्विवचनम्
|
बहुवचनम्
|
प्रथम–पुरुषः
|
चलतु
|
चलताम्
|
चलन्तु
|
मध्यम–पुरुषः
|
चल
|
चलतम्
|
चलत
|
उत्तम–पुरुषः
|
चलानि
|
चलाव
|
चलाम
|
चल् =
चलना (लङ् लकारः)
वचनानि →
पुरुषाः↓
|
एकवचनम्
|
द्विवचनम्
|
बहुवचनम्
|
प्रथम–पुरुषः
|
अचलत्
|
अचलताम्
|
अचलन्
|
मध्यम–पुरुषः
|
अचलः
|
अचलतम्
|
अचलत
|
उत्तम–पुरुषः
|
अचलम्
|
अचलाव
|
अचलाम
|
_____________________________
गम् = जाना (लोट् लकारः)
वचनानि →
पुरुषाः↓
|
एकवचनम्
|
द्विवचनम्
|
बहुवचनम्
|
प्रथम–पुरुषः
|
गच्छतु
|
गच्छताम्
|
गच्छन्तु
|
मध्यम–पुरुषः
|
गच्छ
|
गच्छतम्
|
गच्छत
|
उत्तम–पुरुषः
|
गच्छानि
|
गच्छाव
|
गच्छाम
|
गम् = जाना
(लङ् लकारः)
वचनानि →
पुरुषाः↓
|
एकवचनम्
|
द्विवचनम्
|
बहुवचनम्
|
प्रथम–पुरुषः
|
अगच्छत्
|
अगच्छताम्
|
अगच्छन्
|
मध्यम–पुरुषः
|
अगच्छः
|
अगच्छतम्
|
अगच्छत
|
उत्तम–पुरुषः
|
अगच्छम्
|
अगच्छाव
|
अगच्छाम
|
______________________________________
अस् =
होना (लोट् लकारः)
वचनानि →
पुरुषाः↓
|
एकवचनम्
|
द्विवचनम्
|
बहुवचनम्
|
प्रथम–पुरुषः
|
अस्तु
|
स्ताम्
|
सन्तु
|
मध्यम–पुरुषः
|
एधि
|
स्तम्
|
स्त
|
उत्तम–पुरुषः
|
असानि
|
असाव
|
असाम
|
अस् =
होना (लङ् लकारः)
वचनानि →
पुरुषाः↓
|
एकवचनम्
|
द्विवचनम्
|
बहुवचनम्
|
प्रथम–पुरुषः
|
आसीत्
|
आस्ताम्
|
आसन्
|
मध्यम–पुरुषः
|
आसीः
|
आस्तम्
|
आस्त
|
उत्तम–पुरुषः
|
आसम्
|
आस्व
|
आस्म
|
––––––––––––––––––––––
––––––––––––––––––––––
संख्या
(51-75)
|
||||
51
|
एकपञ्चाशत्
|
71
|
एकसप्ततिः
|
|
52
|
द्विपञ्चाशत्
|
72
|
द्विसप्ततिः
|
|
53
|
त्रिपञ्चाशत्
|
73
|
त्रिसप्ततिः
|
|
54
|
चतुःपञ्चाशत्
|
74
|
चतुःसप्ततिः
|
|
55
|
पञ्चपञ्चाशत्
|
75
|
पञ्चसप्ततिः
|
|
56
|
षट्पञ्चाशत्
|
|||
57
|
सप्तपञ्चाशत्
|
|||
58
|
अष्टपञ्चाशत्
|
|||
59
|
नवपञ्चाशत्
|
|||
60
|
षष्टिः
|
|||
61
|
एकषष्टिः
|
|||
62
|
द्विषष्टिः
|
|||
63
|
त्रिषष्टिः
|
|||
64
|
चतुष्षष्टिः
|
|||
65
|
पञ्चषष्टिः
|
|||
66
|
षट्षष्टिः
|
|||
67
|
सप्तषष्टिः
|
|||
68
|
अष्टषष्टिः
|
|||
69
|
नवषष्टिः
|
|||
70
|
सप्ततिः
|
––––––––––––––––––––––
––––––––––––––––––––––
प्रत्ययः (Suffix)
प्रत्यय की परिभाषा - जो शब्दांश धातु अथवा शब्द के अन्त में जुड़कर अर्थ को परिवर्तित/प्रभावित कर दे, उसे ‘प्रत्यय’
कहते हैं।